समाज ने कहा – असली दोषियों को बचाने की साजिश, संत की छवि खराब करने की घटिया कोशिश
छिंदवाड़ा – अखिल भारतीय लोधा-लोधी क्षत्रिय समाज संगठन तथा हजारों धर्मप्रेमी, श्रद्धालु और समाजसेवियों ने पूज्य महामंडलेश्वर स्वामी अजय रामदास जी के समर्थन में हुंकार भरी। संगठन ने मुख्यमंत्री महोदया को ज्ञापन सौंपकर कहा कि स्वामी जी पर लगाए गए आरोप पूरी तरह निराधार और कूटरचित हैं।
6 साल पुराने मामले में अचानक षड्यंत्र
वर्ष 2019 में रायपुर में दर्ज एक फर्जी पत्र प्रकरण में स्वामी जी ने जांच में पूरा सहयोग दिया था और तत्कालीन थाना प्रभारी ने भी यह स्पष्ट किया था कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। लगभग 6 साल तक लंबित रहने के बाद इस प्रकरण में अचानक धाराएँ जोड़कर उन्हें आरोपी बना दिया गया, जिसे समाज ने द्वेषपूर्ण कार्रवाई बताया।
लोकप्रियता से घबराए, छवि खराब करने की कोशिश
हाल ही में प्रयागराज महाकुंभ में महामंडलेश्वर की उपाधि प्राप्त करने के बाद स्वामी जी की लोकप्रियता बढ़ी। समाज का आरोप है कि इसी वजह से असली दोषियों को बचाते हुए, सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया में उनकी छवि खराब करने की साजिश रची गई। जबकि हकीकत यह है कि पूरे भारत में उनके खिलाफ कोई अन्य प्रकरण दर्ज नहीं है।
समाज की पांच बड़ी मांगें
1.स्वामी जी को तत्काल पर्याप्त सुरक्षा दी जाए।
2. यात्रा, कार्यक्रम और निवास स्थलों पर पुलिस अभिरक्षा हो।
3. झूठ और अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
4. मामले की निष्पक्ष जांच किसी केंद्रीय एजेंसी से कराई जाए।
5. समाज में शांति और विश्वास बनाए रखने हेतु प्रशासन सतर्क रहे।
शांति की राह पर, पर न्याय के लिए दृढ़ संकल्प
श्रद्धालुओं ने साफ कहा कि वे शांति और कानून व्यवस्था में विश्वास रखते हैं, परंतु यदि संत की छवि और सुरक्षा से समझौता हुआ तो आवश्यक कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे।
🕉️ “हमें पूर्ण विश्वास है कि न्याय होगा और शासन पर समाज की आस्था कायम रहेगी।”
