Home Health क्लीनिक सील की औपचारिक कार्यवाही से बौखलाए डॉक्टर

क्लीनिक सील की औपचारिक कार्यवाही से बौखलाए डॉक्टर

राजनेताओं के साथ प्रशासन को आवेदन देकर मांग रहे संरक्षण

चौरई: छिंदवाड़ा जिले में 22 बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग सख्त रुक अपनाते हुए चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े मेडिकल्स एवं डॉक्टर की जांच कर घर-घर सर्वे करते हुए लोगों को जागरुक कर रहा है ताकि आगामी भविष्य में इस प्रकार की बड़ी घटना ना घटे । इसी क्रम में चौरई नगर में भी कुछ क्लीनिक की बीएमओ नितिन बम्हने के नेतृत्व में संयुक्त प्रशासनिक अमले ने कुछ क्लिनिको की जांच कर औपचारिक कार्यवाही की थी । जिन क्लिनिको की जांच में गाइडलाइन के अनुरूप कमियां पाई गई थी उन्हें औपचारिक रूप से सील भी किया गया था लेकिन इस कार्यवाही से यहां के स्थानीय डॉक्टर बौखला गए और कार्यवाही की खबर मीडिया में प्रकाशित होने के बाद मीडिया के विरुद्ध यहां वहां चर्चा करते हुए सोशल मीडिया ग्रुप में भड़ास निकाल रहे हैं साथ ही इन सब से भी काम नहीं बन रहा है तो राजनेताओं के पास पहुंचकर एवं प्रशासन को आवेदन देकर संरक्षण मांग रहे ताकि यह डॉक्टर मनमर्जी अपने अनुरूप काम कर सके स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन में स्पष्ट है कि होम्योपैथिक की डिग्री है तो होम्योपैथिक इलाज डॉक्टर कर सकते हैं लेकिन यहां पर डिग्री होम्योपैथिक और इलाज कर रहे एलोपैथिक बिना नाम की पर्ची पर धड़ल्ले से लिख रहे प्रिस्क्रिप्शन स्मार्ट कंपनी की लिख रहे दवाई जो की₹6 की कीमत है लेकिन ₹66 में मिल रही ताकि डॉक्टर का कमीशन भी बढ़कर बने ।

छिंदवाड़ा जिले में घटित घटना पर प्रदेश सहित देश भर में चर्चा है और लोग सुधार की बात कर प्रशासनिक कार्यवाही में सहयोग कर रहे हैं वही चौरई में इससे विपरीत ही वातावरण बना हुआ है । जबकि मृत बच्चों में एक बच्चा चौरई का भी है उसके बावजूद भी यहां के चिकित्सक सहयोग तो छोड़ औपचारिक कार्यवाही और खामिया सामने आने पर खुद को एकजुट कर दबाव बना रहे ताकि यह काम अपनी मनमर्जी से करते रहे । इन्हें घटित घटना एवं उसके प्रभाव से कोई लेना देना नहीं है ।