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कौन हैं बालेन शाह? जिन्हें सत्ता सौंपने की मांग कर रहे नेपाल के Gen-Z आंदोलनकारी

नेपाल में Gen Z आंदोलन ने वहां की सियासी जमीन हिला दी है. वहां के सत्ताधीश देश छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं. हर तरह अफरा-तफरी और अराजकता का माहौल बना हुआ है. इस बीच बालेन शाह या बालेंद्र शाह नाम का एक शख्स इस आंदोलन का चेहरा बना हुआ है. जानते हैं कौन हैं ये बालेन शाह और कैसे पूरे नेपाल के इस बड़े आंदोलन को इस शख्स ने हाईजैक कर रखा है?
नेपाल इन दिनों एक बार फिर से भारी उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है. वहां के लाखों छात्र और युवा सड़कों पर हैं. संसद भवन को घेर लिया गया है. प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के देश छोड़ने की तैयारी में हैं. नेपाल में इसे Gen Z आंदोलन नाम दिया गया है. इस पूरे घटना क्रम के केंद्र में एक नाम उभर कर सामने आया है, वो हैं बालेंद्र शाह का, जिन्हें लोग बालेन शाह भी कहते हैं.

काठमांडू के मेयर हैं बालेंद्र शाह
बालेंद्र शाह को उनके समर्थक बालेन कहकर भी पुकारते हैं। वह काठमांडू मेट्रोपॉलिटन सिटी के मेयर हैं। बालेंद्र शाह का जन्म 1990 में काठमांडू में हुआ था। उन्होंने पहले नेपाल से सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री ली। इसके बाद वह पढ़ने के लिए भारत आए।कर्नाटक के बेलगावी स्थित विश्वेश्वरैया प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से उन्होंने स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल की। बालेंद्र शाह शुरुआत में नेपाल के अंडरग्राउंड हिप-हॉप जगत में एक रैपर और गीतकार के रूप में सक्रिय थे। अपने संगीत में वह हमेशा भ्रष्टाचार और असमानता जैसे मुद्दों को उठाते थे।

मेयर चुनाव में रचा था इतिहास
लेकिन समर्थकों की इच्छा और अपनी बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए बालेंद्र शाह ने राजनीति में आने का फैसला किया। 2022 में उन्होंने काठमांडू मेयर चुनाव का स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा और जब नतीजे घोषित हुए, तो उन्होंने सभी को चौंका दिया। बालेंद्र शाह ने अपने सामने खड़े कई दिग्गज प्रतिद्वंद्वियों को मात देते हुए 61,000 से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की।

बालेंद्र शाह ने सबीना काफले से शादी की है। वे सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं और हमेशा जनता से जुड़े मुद्दों पर संवाद करते रहते हैं। जब नेपाल में जेन-जी आंदोलन चल रहा था, तब बालेंद्र ने भी इसका समर्थन किया था। हालांकि अपनी उम्र सीमा के कारण वह इसमें शामिल नहीं हो सके थे।