स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता पर उठ रहे सवाल
घटना संज्ञान में आने एक सप्ताह से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी बीएमओ नहीं कर पाए जांच
वरिष्ठ अधिकारियों को कार्रवाई के लिए कर रहे गुमराह ओपीडी की ले रहे आड़
चौरई: छिंदवाड़ा जिले के संपूर्ण चौरई क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा एक बड़ी समस्या बन चुकी है यहां पर शासकीय तंत्र की उदासीनता के चलते प्राइवेट तंत्र हावी है । अभी वर्तमान में गठित हुई घटना को लेकर जहां संपूर्ण देश में शोक व्याप्त है तो वही इस घटना पर पर्दा डालने के लिए चौरई स्वास्थ्य विभाग पुरजोर कोशिश में लगा हुआ है यहां के प्रभारी बीएमओ नितिन बम्हने घटना पर तत्परता से जांच करने की बजाय टालमटोल कर रहे जबकि घटना हुए एक माह और संज्ञान में आने के एक सप्ताह बाद भी आज दिनांक तक जांच कर वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष कार्रवाई की रिपोर्ट नहीं सौपी गई जिसको लेकर तमाम सवाल खड़े हो रहे।
कार्यवाही के लिए अनुविभागीय अधिकारी के द्वारा एक दिन पूर्व ही टीम गठित कर कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए गए थे लेकिन आज टीम के बाकी के अधिकारी तैयार हो गए लेकिन बीएमओ नितिन ने अपनी व्यस्तता बताकर कार्रवाई से पर्दा डालने का संपूर्ण प्रयास किया है और मीडिया मैं भी चर्चा करने मना किया बीएमओ ने मीडिया को कहा है कि मैं विगत 4 साल में बीएमओ रहते अब तक मीडिया में बाइट नहीं दी है तो अब 20 दिन के लिए बीएमओ हु तो मैं बाइट नहीं दूंगा आप जिसको बताना है उसे बता दीजिए मैं व्हाइट नहीं दूंगा।
जैसे ही बीएमओ के कथ्य सामने आया तो लोगों ने दवी जुबान से कहा है की कार्यवाही की जानकारी निजी क्लीनिक संचालकों को दे दी गई तो उनने दीपावली के पहले ही अपने क्लीनिक की सफाई कर डाली कई स्मार्ट कंपनी की दवाई स्टोर से हटा लिया ₹6 की दवाई ₹66 में बिकने वाली दवाई को भी अपने स्टोर से हटकर डिस्पोज कर डाली ।
घटित घटना पर जहां पूरा देश संवेदना व्यक्त कर रहा मुख्यमंत्री स्वास्थ्य मंत्री सांसद विधायक से लेकर संपूर्ण अधिकारी क्षेत्र में दौरा कर सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश दे रहे हैं वहीं चौरई में स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी की उदासीनता और अब तक कोई प्रकार की कार्रवाई कर सख्त कदम नहीं नहीं उठाना एक बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है ।